आज का हिन्दू पंचांग 15 नवम्बर 2022 (Aaj ka Panchang)

🌞~ आज का हिन्दू पंचांग ~🌞

दिनांक – 15 नवम्बर 2022
दिन – मंगलवार
विक्रम संवत् – 2079
शक संवत् – 1944
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – हेमंत
मास – मार्गशीर्ष ( गुजरात एवं महाराष्ट्र में कार्तिक मास )
पक्ष – कृष्ण
तिथि – सप्तमी 16 नवम्बर प्रातः 05:49 तक तत्पश्चात अष्टमी
नक्षत्र – पुष्य शाम 04:13 तक तत्पश्चात अश्लेषा
योग – शुक्ल रात्रि 12:32 तक तत्पश्चात ब्रह्म
राहु काल – दोपहर 03:10 से 04:33 तक
सूर्योदय – 06:53
सूर्यास्त – 05:55
दिशा शूल – उत्तर दिशा में
ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 05:09 से 06:01 तक
निशिता मुहूर्त – रात्रि 11:58 से 12:50 तक

⛅व्रत पर्व विवरण –


⛅विशेष – सप्तमी को ताड़ का फल खाया जाय तो वह रोग बढ़ानेवाला तथा शरीर का नाशक होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंड : 27.29-34)

🌹 श्रीमद् भगवद्गीता माहात्म्य 🌹


🌹 प्रारब्ध को भोगता हुआ जो मनुष्य सदा श्रीगीता के अभ्यास में आसक्त हो वही इस लोक में मुक्त और सुखी होता है तथा कर्म में लेपायमान नहीं होता ।

🌹 जिस प्रकार कमल के पत्ते को जल स्पर्श नहीं करता उसी प्रकार जो मनुष्य श्रीगीता का ध्यान करता है उसे महापापादि पाप कभी स्पर्श नहीं करते ।

🌹 जहाँ श्रीगीता की पुस्तक होती है और जहाँ श्रीगीता का पाठ होता है वहाँ प्रयागादि सर्व तीर्थ निवास करते हैं ।

🔹रसोई घर ही औषधालय (भाग-२)🔹


🔹 मस्तिष्क की कमजोरी – 2 ग्राम मुलहठी का चूर्ण गाय के दूध में मिलाकर कुछ ही दिनों तक नियमित पीते रहने से मस्तिष्क की कमजोरी दूर होकर स्मरणशक्ति बढ़ती है ।

🔹 घाव भरना – पीपल के हाल ही में गिरे हुए सूखे पत्तों का चूर्ण लगाने से घाव जल्दी भर जाता है ।

🔹 स्वरभंग – अदरक रस में शहद मिलाकर चाटने या दालचीनी का छोटा टुकड़ा चूसनें से स्वरभंग (गला बैठना) की विकृति दूर होती है व आवाज खुलती है ।

🔹 अच्छी नींद लानें व खर्राटे बंद करने के लिए – रात को गाय का घी हल्का-सा गरम करके 1 से 4 बूँद दोनों नथुनों में डालें ।

🔹 काँटा चुभना – यदि बच्चे के पैर में काँटा चुभ गया हो और नहीं निकल रहा हो तो गुड़ गर्म करके उक्त स्थान पर लगा दें ।

🔹 जी मिचलाना – धूप में जाते समय तथा यात्रा में जी मिचलाने पर एक इलायची मुँह में डाल लें ।

🔹 आधासीसी – 12 ग्राम पुराना गुड़ ,6 ग्राम देशी घी के साथ सूर्योदय से पहले तथा शाम को सूर्यास्त से पहले खाने से आधे सिर के दर्द में आराम मिलता है ।

🔹 जल जाने पर – शरीर का कोई अंग जल जाने पर जले हुए भाग पर कच्चे आलू का रस लगायें तथा आलू के गोल टुकड़े उस पर रखें । अन्य किसी दवाई की आवश्यकता नहीं होगी ।

🔹 पथरी – 25 ग्राम सहजन की जड़ की छाल को 250 ग्राम पानी में उबालें और छान लें । थोड़ा गर्म रहने पर पिलायें । कैसी भी पथरी क्यूँ न हो, कट-कटकर निकल जायेगी ।

🔹 मंदाग्नि – अदरक के बारीक टुकड़े कर, सेंधा नमक मिला के भोजन से पूर्व लेने से पाचनशक्ति बढ़ती है, भूख खुलकर लगती है ।

🔹 विष्णुपदी संक्रांति 16 नवम्बर 2022🔹


🌹 पुण्यकाल : 16 नवम्बर दोपहर 12:23 से सूर्यास्त तक

🌹 विष्णुपदी संक्रांति में किये गये जप-ध्यान व पुण्यकर्म का फल लाख गुना होता है । (पद्म पुराण)

🌹बुधवारी अष्टमी : 16 नवम्बर 2022

🌹पुण्यकाल : 16 नवम्बर सूर्योदय से 17 नवम्बर सूर्योदय तक

🌹बुधवारी अष्टमी को किये गए जप, तप, मौन, दान व ध्यान का फल 10 लाख गुना होता है ।
( ऋषि प्रसाद नवम्बर 2022)

🌹मंत्र जप एवं शुभ संकल्प हेतु विशेष तिथि सोमवती अमावस्या, रविवारी सप्तमी, मंगलवारी चतुर्थी, बुधवारी अष्टमी – ये चार तिथियाँ सूर्यग्रहण के बराबर कही गयी हैं । इनमें किया गया जप-ध्यान, स्नान , दान व श्राद्ध अक्षय होता है ।

(शिव पुराण, विद्यश्वर संहिताः अध्याय 10)